धनबाद, झारखंड: महिलाएं योजना के लाभ से वंचित
झारखंड सरकार की मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना में नया अपडेट सामने आया है। इस योजना के तहत पहली किश्त उठाने वाली महिलाओं के नाम भी काट दिए गए हैं। इससे नाराज महिलाओं ने बुधवार को प्रखंड कार्यालय में हंगामा किया। महिलाओं का कहना है कि ऑनलाइन कागजात निकालने पर पता चला कि उनके नाम योजना के लाभ से हटा दिए गए हैं।
पहली किश्त मिलने के बावजूद नाम काटे जाने पर सवाल
महिलाओं ने बताया कि उन्हें पहली किश्त मिल चुकी है, लेकिन अचानक उनके नाम क्यों काट दिए गए, यह समझ नहीं आ रहा है। प्रखंड कार्यालय में मौजूद पदाधिकारी भी इस बारे में कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पा रहे हैं। सरकार ने जनवरी, फरवरी और मार्च की राशि एक साथ 7,500 रुपये लाभार्थियों के खाते में भेजी थी, लेकिन एग्यारकुंड क्षेत्र की हजारों ग्रामीण महिलाओं को इसका लाभ नहीं मिला।
अधिकारियों का बयान: साइट बंद होने से जानकारी नहीं
प्रखंड के पदाधिकारियों का कहना है कि मंईयां सम्मान योजना की साइट को ऊपर से बंद कर दिया गया है। इसकी सूचना नोटिस के माध्यम से दीवार पर चिपका दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि योजना के लाभ से क्यों और कब तक वंचित रखा जाएगा, इसकी कोई स्पष्ट जानकारी मुख्यालय से नहीं मिली है। जब तक साइट नहीं खुलेगी, तब तक कुछ भी बताना मुश्किल है।
4,745 लाभार्थियों को होल्ड पर रखा गया
मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत एग्यारकुंड प्रखंड कार्यालय से 19,107 लाभार्थियों ने आवेदन किया था। इनमें से 4,745 लाभार्थियों को योजना के लाभ से होल्ड पर रखा गया है। इससे प्रभावित महिलाएं लगातार कार्यालय का चक्कर लगा रही हैं, लेकिन उन्हें कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल रहा है।
पाकुड़ जिले में भी महिलाएं परेशान
पाकुड़ जिले में भी मंईयां सम्मान योजना की राशि को लेकर महिलाएं प्रखंड और अंचल कार्यालय के चक्कर लगा रही हैं। लाभार्थी आशा लता, रेशमी देवी, रेखा देवी, रूबी देवी, शोभा देवी और सुकन्या देवी ने बताया कि उन्हें योजना की राशि नहीं मिली है। कुछ लोगों को पैसे मिल रहे हैं, लेकिन उनके खाते में अभी तक राशि नहीं आई है।
महिलाओं की मांग: जल्द मिले समाधान
महिलाओं ने कहा कि उन्हें बताया जा रहा है कि उनके नाम योजना से हटा दिए गए हैं। इसकी जांच कराने के लिए वे कार्यालय आई हैं। कार्यालय से उन्हें जल्द पैसे मिलने का आश्वासन मिल रहा है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का लाभ पाने वाली महिलाएं अब अपने नाम काटे जाने से नाराज हैं। प्रखंड कार्यालय में हंगामा करने वाली महिलाओं का कहना है कि उन्हें स्पष्ट जवाब नहीं मिल रहा है। सरकार और प्रशासन को इस मामले में तुरंत कदम उठाने की जरूरत है ताकि महिलाओं को उनका हक मिल सके।